सरकार का Right To Repair कानून क्या है ? पूरी जानकारी

आज का वो दौर है जहा सभी के पास सभी तरीके के इलेक्ट्रॉनिक चीज़े घर में अवेलेबल है, और इनके साथ हमारे पास पुरानी इलेक्ट्रॉनिक चीज़े भी अवेलेबल है इसके आलावा हमारे पास पुराने विहिकल भी है जिनको हम रिपेयर नहीं करवा सकते क्यूंकि इसका कोई भी पार्ट मार्किट में नहीं मिल पाता क्यूंकि कंपनीयो ने पुराने पार्ट को बनाना बंद करदिया है जिसकी वजह से हमारा पुराना इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट या विहिकल किसी काम का नहीं रहता और वो हम कबाड़ी में बेच देते है और इसी वजह से भारत देश में इलेक्ट्रॉनिक कचरा काफी ज्यादा हो गया है, और इन चीजों को recycle नहीं किया जा सकता , इसी बात को धियान में रखते हुए सरकार Right To Repair का Law लागू करने जा रही है.

'राइट टू रिपेयर' कानून लाने की तैयारी में सरकार,

Right to Repair Law की पूरी जानकारी

तो हेल्लो दोस्तों कैसे हो आप सब लोग उम्मीद करता हु आप सब लोग ठीक होगे , आज का हमारा टॉपिक है सरकार का सीक्रेट लो , Right To Repair, हम सभी लोग आज कोई न कोई इलेक्ट्रॉनिक चीजों का इस्तेमाल करते है, चाहे वो मोबाइल हो या टीवी हो या लैपटॉप या कंप्यूटर और जो भी इलेक्ट्रॉनिक चीज़े होती है वो सब और इनके आलावा ऑटोमोबाइल विहिकल के स्पेयर पार्ट ये सभी चीज़े जिनका हम इस्तेमाल करते है,

कंपनी जब नयी चीज़ को मार्किट में लाती है तब हमे उस प्रोडक्ट में वारंटी मिलता है , की अगर कोई भी चीज़ अगर ख़राब हो जाती है तो कंपनी हमे फ्री में रिपेयर करदेती है , अगर वारंटी में रहा तो, और अगर नहीं तो कंपनी हमसे ट्रिपल पैसा वसूल करती है, जब प्रोडक्ट पुरानी हो जाती है तो कंपनी मना करदेती है रिपेयर करने से ये कहकर के इस प्रोडक्ट की अब कोई भी चीज़ अवेलेबल नहीं है , कंपनी ने इस की चीज़े बनाना बंद करदिया है, ऐसा कह कर वो अपने कस्टमर को बेवकूफ बनाती है ताकि कस्टमर उससे नयी प्रोडक्ट को खरीदले, इसी लिए तो इस लो को लाया गया है भाई के हम कही कंपनियों से लुट ना जाए

कंपनी हमे कैसे डराती है ये देखिये , किसीभी प्रोडक्ट का कंपनी का एक वारंटी पीरियड आता है , अगर आपका वारंटी  बाकी है और आपने गलती से भी किसी और इलेक्ट्रॉनिक दुकान में अपनी प्रोडक्ट को खुलवा लिया तो बस ख़तम भैया आपका warranty पीरियड ख़तम अब भले ही आपका मोबाइल वारंटी में हो , कंपनी कहती है अगर आपने हमारी प्रोडक्ट किसी और से खुलवाई तो आपका वारंटी ख़त्म हो जाएगा, ऐसा कह कर कंपनी हमे बेवकूफ बनती है अब जो चीज़ नुक्कड़ के इलेक्ट्रॉनिक दुकान पर 2000 में मिलती है उसी चीज़ के कंपनी हमसे 10 गुना पैसा वसूलती है फिरभी कंपनी को चार्ज देना पड़ेगा, यही तो रूल्स है ना , और भाई इसी रूल्स से तो कंपनी हमे लुट रही है , लेकिन अब से ऐसा नहीं होगा , जी हां बिलकुल सही पढ़ा आपने अबसे ऐसा बिलकुल नहीं होगा अब कंपनी आपको नहीं लुटेगी 

बस बहोत हुआ अब और हम नहीं लूटेंगे इन कंपनियों से , यार जब देखो तब आपका इतना खर्च हुआ इतना पैसा देना पड़ेगा , इस का पार्ट अवैलेबले नहीं है ये चीज़े अब नहीं मिलती , ये बंद हो गयी है अब आप दूसरी प्रोडक्ट लेले , मार्किट में वोही चीज़ वोही पार्ट सस्ते में मिलता है और कंपनी की सभी चीज़े इतनी महंगी होती है, यानी कंपनी उस चीज़ का डबल टिबल चार्ज लेकर हमे लुटती है , क्या आपको नहीं पता ? 

Right To Repair कानून क्या है ?

Right To Repair एक ऐसा सरकारी कानून है, जिसको लागू करने से जो पुराने प्रोडक्ट के पार्ट कंपनी ने बनाना बंद करदिये है उन सभी पुराने प्रोडक्ट के पार्ट को दुबारा से बनाने पड़ेगे और पुराने प्रोडक्ट के पार्ट के साथ नए प्रोडक्ट के पार्ट भी मार्किट में सभी जगह पर अवेलेबल करवाने पड़ेगे, यानी के आप अपनी पुरानी और नयी चीज़े कही भी रिपेयर करवा सकते है और कंपनी को नए पार्ट के साथ साथ पुराने प्रोडक्ट के पार्ट भी बनाने पड़ेगे और वो सभी पार्ट नुक्कड़ के इलेक्ट्रॉनिक और ऑटोमोबाइल शॉप पर भी देने पड़ेगे जिससे आप पुरानी चीजों को आसानी से रिपेयर करवा सकेगे और साथ ही नयी चीजों के साथ एक मैन्युअल पेज दिया जाएगा जिसमे उन सभी पार्ट की जानकारी दी जायेगी जो प्रोडक्ट में लगी हुई है , जिससे आप खुद से या फिर कही भी रिपेयर करवा सकते है और इसका वारंटी पीरियड भी ख़तम नहीं होगा  

Right to Repair कानून में कौन से प्रोडक्ट आयेगे ?

इसमें सभी तरह के इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट जैसे की TV, Mobile, Tablet, AC, Refrigerator, washing machine,  computer or laptop etc. इसके आलावा सभी तरह के विहिकल , बाइक, स्कूटर, कार, जैसे चीज़े , इसके साथ ऑटोमोबाइल और अग्रीकल्चर यानी आपके कार स्कूटर बाइक के स्पेयर पार्ट से लेकर किसानो के काम आने वाले उपकरण सामिल है

Right to Repair कानून से जनता को फायदा क्या होगा ?

  1. हमारी पुरानी चीज़े जो बेकार पड़ी है जिसके पार्ट मार्किट और कंपनी में नहीं मिल रहे, वो सभी पुराने पार्ट भी मिलेगे और अब रिपेयर भी हो जायेगे
  2. समय और पैसो की बचत होगी, नए प्रोडक्ट के पार्ट भी कम दाम में मार्किट में लोकल शॉप पर आसानी से मिल जायेगे और हमे दूर सर्विस सेन्टर में जाना नहीं पड़ेगा
  3. दूसरी जगह प्रोडक्ट खोलवाने पर भी प्रोडक्ट में वार्रेंटी पीरियड रहेगा 
  4. जो नुक्कड़ पर दुकाने है उन सभी लोगो को रोजगार मिलेगा
  5. देश में इ-वेस्ट यानी इलेक्ट्रॉनिक कचरा काफी हद तक कम हो जाएगा

हमारे पास पुरानी इलेक्ट्रॉनिक चीज़ या कोई विहिकल पड़ा है जिसका पार्ट हमे मार्किट या कंपनी में नहीं मिल रहा है तो अब इस Right To Repair Law लागू होने के बाद आप अपनी पुरानी चीज़े आसानी से रिपेयर करवा सकोगे क्यूंकि कंपनी इस Right to Repair Law आने के बाद जितने भी पुराने प्रोडक्ट है उन सभी चीजों को वापस से कंपनियों को बनाना पड़ेगा और मार्किट में लाना पड़ेगा , साथ ही नयी प्रोडक्ट के साथ मैन्युअल पेज भी दिए जायेगे की खुदसे आप कैसे रिपेयर करे अगर आपकी प्रोडक्ट ख़राब हो जाती है तो, और पुरानी चीज़ रिपेयर हो जाती है तो ग्राहक को नयी चीज़ लेने की जरुरत नहीं पड़ेगी जिससे ग्राहक का पैसा बर्बाद नहीं होगा, और अगर वारंटी में कोई प्रोडक्ट है तो आप अपने गली के किसी लोकल शॉप से भी अपना प्रोडक्ट रिपेयर करवा सकते हो फिरभी आपका आपका वार्रेंटी ख़तम नहीं होगा , जिससे ग्राहक का टाइम और पैसा दोनों बचेगा , क्यूंकि कभी कभी ऐसा होता है की जो चीज़ हमने खरीदी है उस कंपनी का सर्विस सेन्टर काफी किलोमीटर दूर होता है, जहा पर जाने में काफी समय बर्बाद होता है, 

Right to Repair कानून लाने के पीछे मकसद क्या है  

सरकार का इसके पीछे दो मकसद है 

👉जनता के पुराने प्रोडक्ट रिपेयर होने से नए प्रोडक्ट खरीदने से मुक्ति मिलेगी, जिससे खर्चा कम होगा और वो अपने पैसो की बचत कर सकेगी  
👉दूसरी वजह ये है की इससे इलेक्ट्रॉनिक कचरा यानी इ-वेस्ट में भारी कमी आएगी
जब पुरानी चीज़े रिपेयर होना स्टार्ट हो जायेगी तो दुबारा इसका इस्तेमाल होना सुरु हो जाएगा जिससे इलेक्ट्रॉनिक कचरा देश से कम होगा

Right to Repair कानून लगाने के बाद कंपनिया क्या करेगी ?

  1. कंपनियों को प्रोडक्ट से जुड़े सभी कागजात और मैन्युअल देने पड़ेगे 
  2. कंपनियों को नए के साथ पुराने प्रोडक्ट के पार्ट भी रखने पड़ेगे 
  3. यूजर अपने प्रोडक्ट को कंपनियों के आलावा कही भी बाज़ार में रिपेयर करवा सकती है जिसके लिए कंपनियों को अपने पार्ट सभी लोकल शॉप पर देने पड़ेगे 

Right to Repair कानून किन किन देशो में है ?

जी हां भारत से पहले Right to Repair कानून अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपियन यूनियन के देशो में लागू है ,

Right to Repair कानून लगाने की जरुरत क्यों पड़ी ?

दुनिया में बढ़ते इ-वेस्ट को लेकर एक्सपर्ट में बहुत चिंता है, इससे निपटने के लिए कई अभियान चल रहे है, जिनमे से एक है Right to Repair कानून, मामूली खराबी होने पर भी महंगे प्रोडक्ट को फेक दिए जाते है या फिर फेकने पड़ते है और इससे इ-कचरा बढ़ता है इसीसे निजात पाने के लिए सरकार को Right to Repair कानून लगाने की जरूरत पड़ी है 

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धनियवाद