क्या है ये Wi-Fi Technology ? Wireless Technology कैसे काम करता है,
क्या है ये Wi-Fi टेक्नोलॉजी ? जानिए इस Wi-Fi टेक्नोलॉजी के बारेमे
कही बार हमने कही ना कही कोई होटल, रेलवे स्टेशन , या फिर बहोत सी जगहों पे हमने फ्री Wi-Fi का पोस्टर देखा होगा, कही लोगो के घर मे भी अब तो Wi-Fi होते है, तो ये क्या है ? यह टेक्नोलॉजी कैसे काम करती है ? चलिए जानते है .
वाईफाई आजकल हमारे जिंदगी में एक बहुत ही इंपॉर्टेंट टेक्नोलॉजी साबित हुई हैं. आजकल सभी डिजिटल गैजेट जैसे कि कंप्यूटर, लैपटॉप, मोबाइल फोन, प्रिंटर, टेबलेट, स्मार्ट टीवी, सभी गैजेट अब वाईफाई टेक्नोलॉजी के साथ में आते हैं कोई सामान्य घर हो या फिर बहुत बड़ी फ्लैट वाली बिल्डिंग, नॉर्मल गांव हो जा फिर बहुत बडी सिटी तुम्हें हर एक जगह पर यह टेक्नोलॉजी नजर में आएगी
इस वाईफाई का इस्तेमाल खास करके इंटरनेट को वायरलेस इस्तेमाल करने के लिए होता है लंबे-लंबे वायर में से छुटकारा देता है. तुम्हारे हर एक डिजिटल गैजेट को एक साथ कनेक्ट करके एक नेटवर्क बना देता है अगर तुम्हारे घर के आस-पास या फिर घर के पहले रूम में वाईफाई इंटरनेट है तो इसका इस्तेमाल तुम अपने दूसरे रूम में कर सकते हो या फिर दूसरे रूम में पड़े हुए प्रिंटर से तुम प्रिंट भी निकाल सकते हो तुम्हारे लैपटॉप में पड़ी हुई मूवी तुम अपने स्मार्ट टीवी में प्ले कर सकते हो
वाईफाई का मतलब है Wireless-Fidelity करने में आता है लेकिन यह सच नहीं है यह word एक मार्केटिंग कंपनी के जरिए इस्तेमाल करने में आया था उसके बाद बहुत सी बड़ी कंपनियों ने इस वर्ड का इस्तेमाल किया
वाईफाई एक रेडियो फ्रीक्वेंसी आधारित टेक्नोलॉजी है जो डाटा को रेडियो वेव्स में ट्रांसफर करती हैं आम तोर पर यह 2.4Ghz और 5.0Ghz की फ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करते हैं वाईफाई वह एक IEEE के प्रोटोकॉल 802.11 का यूज करते हैं. और यह एक संगठन है जिसे वाईफाई एलियंस WI-FI Alliance कहने में आता है जो दुनिया के सबसे बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनी का समूह है यह इसी के लिए Standard तय करते हैं. इसको 1999 मैं बनाने में आई थी आमतौर पर वाई फाई की रेंज 20 मीटर से लेकर 150 मीटर तक होती हैं लेकिन अगर बीच में दीवार या फिर दूसरे वायरलेस की वजह से उसके रेंज मैं कटौती होती है आमतौर पर वाईफाई की स्पीड M bit/s (Megabit per second ) से लेके G bit/s ( Gigabit per second ) मैं मापा जाता है
वाईफाई Standard के प्रकार
Standard | 802.11a (Wi-Fi 1) | 802.11b (Wi-Fi 2) | 802.11g (Wi-Fi 3) | 802.11n (Wi-Fi 4) | 802.11ac (Wi-Fi 5) | 802.11ax (Wi-Fi 6) |
Year | 1999 | 1999 | 2003 | 2009 | 2014 | 2019 |
Frequency | 5Ghz | 2.4 Ghz | 2.4 Ghz | 5Ghz &5Ghz | 5Ghz &5Ghz | 5Ghz &5Ghz |
Max Data Rate | 54 Mbps | 11 Mbps | 54 Mbps | 600 Mbps | 1.3 Gbps | 10-12 Gbps |
802.11a or WI-Fi 1:
- इस वाईफाई को 1999 मैं बनाने में आया था. जो 5Ghz की फ्रीक्वेंसी पर काम करता था मैक्सिमम डाटा रेंज 54 mbps जितनी है लेकिन इस 5Ghz की फ्रीक्वेंसी पर काम करते वक्त बीच में आने वाले ऑब्जेक्ट के लिए भी कहीं बार खराब सिग्नल और डाटा मिलते हैं
802.11g or Wi-Fi 3:
- इसे भी 1999 मैं बनाने में आया था लेकिन यह 2.4Ghz के बैंड पे काम करता है लेकिन इस किं मैक्सिमम स्पीड है 11mbps एमबीपीएस इस वाईफाई के लिए यह बहुत ही पॉपुलर हैं
802.11g or Wi-Fi 3:
- यह स्टैण्डर्ड 2003 में आया था इसकी मैक्सिमम डाटा स्पीड 4Mbps एमबीपीएस है और 5Ghz की फ्रीक्वेंसी पर यह काम करता है इस स्टैंडर्ड के लिए यह पूरे दुनिया भर में पॉपुलर हुआ है
802.11n or Wi-Fi 4:
- ये Standard 2009 में आया था यह वाईफाई वर्जन दोनों फ्रीक्वेंसी के ऊपर यानी कि 2.4 और 5Ghz के ऊपर चल सकता है इसलिए इसकी मैक्सिमम डाटा स्पीड 600mbps की है
802.11ac or Wi-Fi 5:
- यह Standard आज के दौर में इस्तेमाल होने वाला Standard है । यह Standard 2014 में आया था, यह वाईफाई MIMO टेक्नोलॉजी सपोर्ट करता है इसलिए इसकी मैक्सिमम डाटा स्पीड 1.2Gbps जीबीपीएस जितनी है ।
802.11ax or Wi-Fi 6:
- आज का सबसे लेटेस्ट Standard है 802.11ax या फिर वाईफाई 6 कह लो, इस Standard में लोग कंफ्यूज ना हो इसलिए वाईफाई 6 नाम देने में आया है। और पहले के सभी Standard को 1 से 6 तक नाम दिए गए है , वाईफाई 5 से भी ज्यादा इस नेटवर्क को 30 से 40 परसेंट ज्यादा मिले इस तरह से बनाने में आया है इसलिए यह 10 से 12 जीबीपीएस की स्पीड दे सकता है
इसके अलावा भी आने वाले सालों में Standard को इम्पोर्टेन्टस मिल सकती है, जिसमे 802.11aj, 802.11ak, 802.11ay.802.11az, 802.11ba यह सब Standard को इम्पोर्टेन्टस मिल सकती है आने वाले सालों में ।
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